- गांधी, विनोबा, जयप्रकाश तथा अन्य सर्वोदय के शीर्ष चिंतको के लेखों, भाषणों एवं विचारों का प्रकाशन
- सत्य-अहिंसा पर आधारित नये भारत का निर्माण
- शोषण रहित, शासन निरपेक्ष, अहिंसामूलक एवं ग्रामोद्योग प्रधान नये समाज के लिए साहित्य का सृजन
- ग्रामराज के लिए साहित्य एवं वातावरण का निर्माण
- लोकतंत्र को मजबूत करना तथा लोकसत्ता की स्थापना के लिए लोकमत बनाना एवं इसके लिए साहित्य का निर्माण
- विश्व शांति (जय जगत) के लिए कार्य
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