Description
बापू-कथा (1920-1948) – हरिभाऊ उपाध्याय
Bapu-Katha (1920-1948) – Haribhau Upadhyaya
सुप्रसिद्ध गांधीवादी विचारक स्व. हरिभाऊ उपाध्यायजी ने हजारों पृष्ठों का पारायण कर गांधी अमृत-सागर का मंथन करते हुए ‘बापू–कथा’ रूपी नवनीत उपस्थित किया। गांधी-विचार सम्पदा का दिग्दर्शन कराने हेतु यह पुस्तक एक महत्त्वपूर्ण कड़ी है।
पृष्ठ : 261
आकार : क्राउन