Description
Manavnisht Bharatiyata – Dada Dharmadhikari
मानवनिष्ठ भारतीयता – दादा धर्माधिकारी
‘मानवनिष्ठ भारतीयता’ में ‘युगद्रष्टा दादा धर्माधिकारीजी’ की पैनी दृष्टि ने साम्प्रदायिकता तथा धर्मनिरपेक्षता से जुड़े प्रश्नों को जिस तरह से समझा-सुलझाया था, वह समाधान आज भी प्रासंगिक है। गांधी-दृष्टि किस तरह सावरकर-दृष्टि और जिन्ना के नजरिये से सर्वथा भिन्न मापदंड स्थापित करती है, इस पुस्तक में यह भली-भाँति दर्शाया गया है।
Pages: 104
Size: Demy